सिमडेगाः- रूर्बन मिशन के अन्तर्गत शहरी तर्ज पर कई योजनाओं को नई रूप रेखा के साथ कोलेबिरा प्रखण्ड के एडेगा एवं लचड़ागढ़ पंचायत अन्तर्गत क्रियान्वित किया जा रहा है, इसी के अन्तर्गत आरसेटी के द्वारा चुड़ी उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी 19 महिलाओं ने कोलेबिरा प्रखण्ड के एडेगा पंचायत में 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रही 35 महिलाओं के संग मिलकर अपनी हुनरमंद के बदौलत चुड़ी बनाया। जिला प्रशासन अब जिले में वो संभावनाएं तालाश रही है, जो पलायन को खत्म करें, स्थानीय स्तर पर बेहतर आजीविका का माध्यम बने, इस ओर प्रशासन कृत संकल्पित होकर कार्य कर रही है। रूर्बन मिशन जिस ओर अपनी उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है, उसी ओर जिला प्रशासन शहरी व्यवस्था एवं रोजगार के नये-नये अवसरों को तालाश करते हुए चुड़ी उत्पादन की महत्था को शुरू किया। उपायुक्त सुशांत गौरव ने बताया कि यह जिले के लिए नई पहल है। जहां एक ओर लोग जो संसाधन उपलब्ध है, उसी ओर आजीविका को तालाश करने का प्रयास करते है, परन्तु जिला प्रशासन ने एक नई दिशा एवं नई प्रयासों को शुरू किया है, जो कि स्थानीय महिला सशक्तिकरण की दिशा में रोजागार का एक बेहतर माध्यम बनेगा। जिले में लाह का उत्पादन अधिक होता है, जिसे देखते हुए जिले में चुड़ी बनाने की पद्धती शुरू की गई और यह दिख रहा है कि नई शुरूआत की नई किरण को महिला सशक्तिकरण अपने हुनर से कर दिखाया है। शादी-विवाह, विभिन्न कार्यक्रम व अन्य अवसरों पर जिले की महिलाओं के द्वारा निर्मित खुबसुरत चुड़ी स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होगा साथ हीं महिला सशक्तिकरण के हुनर को अन्य राज्यों में विख्यात एवं बाजार की व्यवस्था मुस्तैद करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है।
